ऑनलाइन बाइबिल

विज्ञापनम्


समग्रं बाइबिलम् पुरातननियमः नवीननियमः




मत्ती 12:29 - सत्यवेदः। Sanskrit NT in Devanagari

अन्यञ्च कोपि बलवन्त जनं प्रथमतो न बद्व्वा केन प्रकारेण तस्य गृहं प्रविश्य तद्द्रव्यादि लोठयितुं शक्नोति? किन्तु तत् कृत्वा तदीयगृस्य द्रव्यादि लोठयितुं शक्नोति।

अध्यायं द्रष्टव्यम्

अधिकानि संस्करणानि

সত্যৱেদঃ। Sanskrit Bible (NT) in Assamese Script

অন্যঞ্চ কোপি বলৱন্ত জনং প্ৰথমতো ন বদ্ৱ্ৱা কেন প্ৰকাৰেণ তস্য গৃহং প্ৰৱিশ্য তদ্দ্ৰৱ্যাদি লোঠযিতুং শক্নোতি? কিন্তু তৎ কৃৎৱা তদীযগৃস্য দ্ৰৱ্যাদি লোঠযিতুং শক্নোতি|

अध्यायं द्रष्टव्यम्

সত্যবেদঃ। Sanskrit Bible (NT) in Bengali Script

অন্যঞ্চ কোপি বলৱন্ত জনং প্রথমতো ন বদ্ৱ্ৱা কেন প্রকারেণ তস্য গৃহং প্রৱিশ্য তদ্দ্রৱ্যাদি লোঠযিতুং শক্নোতি? কিন্তু তৎ কৃৎৱা তদীযগৃস্য দ্রৱ্যাদি লোঠযিতুং শক্নোতি|

अध्यायं द्रष्टव्यम्

သတျဝေဒး၊ Sanskrit Bible (NT) in Burmese Script

အနျဉ္စ ကောပိ ဗလဝန္တ ဇနံ ပြထမတော န ဗဒွွာ ကေန ပြကာရေဏ တသျ ဂၖဟံ ပြဝိၑျ တဒ္ဒြဝျာဒိ လောဌယိတုံ ၑက္နောတိ? ကိန္တု တတ် ကၖတွာ တဒီယဂၖသျ ဒြဝျာဒိ လောဌယိတုံ ၑက္နောတိ၊

अध्यायं द्रष्टव्यम्

satyavEdaH| Sanskrit Bible (NT) in Cologne Script

anyanjca kOpi balavanta janaM prathamatO na badvvA kEna prakArENa tasya gRhaM pravizya taddravyAdi lOThayituM zaknOti? kintu tat kRtvA tadIyagRsya dravyAdi lOThayituM zaknOti|

अध्यायं द्रष्टव्यम्

સત્યવેદઃ। Sanskrit Bible (NT) in Gujarati Script

અન્યઞ્ચ કોપિ બલવન્ત જનં પ્રથમતો ન બદ્વ્વા કેન પ્રકારેણ તસ્ય ગૃહં પ્રવિશ્ય તદ્દ્રવ્યાદિ લોઠયિતું શક્નોતિ? કિન્તુ તત્ કૃત્વા તદીયગૃસ્ય દ્રવ્યાદિ લોઠયિતું શક્નોતિ|

अध्यायं द्रष्टव्यम्

satyavedaH| Sanskrit Bible (NT) in Harvard-Kyoto Script

anyaJca kopi balavanta janaM prathamato na badvvA kena prakAreNa tasya gRhaM pravizya taddravyAdi loThayituM zaknoti? kintu tat kRtvA tadIyagRsya dravyAdi loThayituM zaknoti|

अध्यायं द्रष्टव्यम्
अन्ये अनुवादाः



मत्ती 12:29
11 अन्तरसन्दर्भाः  

किन्तवहं यदीश्वरात्मना भूतान् त्याजयामि, तर्हीश्वरस्य राज्यं युष्माकं सन्निधिमागतवत्।


यः कश्चित् मम स्वपक्षीयो नहि स विपक्षीय आस्ते, यश्च मया साकं न संगृह्लाति, स विकिरति।


अपरञ्च प्रबलं जनं प्रथमं न बद्धा कोपि तस्य गृहं प्रविश्य द्रव्याणि लुण्ठयितुं न शक्नोति, तं बद्व्वैव तस्य गृहस्य द्रव्याणि लुण्ठयितुं शक्नोति।


यः पापाचारं करोति स शयतानात् जातो यतः शयतान आदितः पापाचारी शयतानस्य कर्म्मणां लोपार्थमेवेश्वरस्य पुत्रः प्राकाशत।


हे बालकाः, यूयम् ईश्वरात् जातास्तान् जितवन्तश्च यतः संसाराधिष्ठानकारिणो ऽपि युष्मदधिष्ठानकारी महान्।