यदि शिष्यो निजगुरो र्दासश्च स्वप्रभोः समानो भवति तर्हि तद् यथेष्टं। चेत्तैर्गृहपतिर्भूतराज उच्यते, तर्हि परिवाराः किं तथा न वक्ष्यन्ते?
मत्ती 10:24 - सत्यवेदः। Sanskrit NT in Devanagari गुरोः शिष्यो न महान्, प्रभोर्दासो न महान्। अधिकानि संस्करणानिসত্যৱেদঃ। Sanskrit Bible (NT) in Assamese Script গুৰোঃ শিষ্যো ন মহান্, প্ৰভোৰ্দাসো ন মহান্| সত্যবেদঃ। Sanskrit Bible (NT) in Bengali Script গুরোঃ শিষ্যো ন মহান্, প্রভোর্দাসো ন মহান্| သတျဝေဒး၊ Sanskrit Bible (NT) in Burmese Script ဂုရေား ၑိၐျော န မဟာန်, ပြဘောရ္ဒာသော န မဟာန်၊ satyavEdaH| Sanskrit Bible (NT) in Cologne Script gurOH ziSyO na mahAn, prabhOrdAsO na mahAn| સત્યવેદઃ। Sanskrit Bible (NT) in Gujarati Script ગુરોઃ શિષ્યો ન મહાન્, પ્રભોર્દાસો ન મહાન્| satyavedaH| Sanskrit Bible (NT) in Harvard-Kyoto Script guroH ziSyo na mahAn, prabhordAso na mahAn| |
यदि शिष्यो निजगुरो र्दासश्च स्वप्रभोः समानो भवति तर्हि तद् यथेष्टं। चेत्तैर्गृहपतिर्भूतराज उच्यते, तर्हि परिवाराः किं तथा न वक्ष्यन्ते?
दासः प्रभो र्महान् न भवति ममैतत् पूर्व्वीयं वाक्यं स्मरत; ते यदि मामेवाताडयन् तर्हि युष्मानपि ताडयिष्यन्ति, यदि मम वाक्यं गृह्लन्ति तर्हि युष्माकमपि वाक्यं ग्रहीष्यन्ति।