ऑनलाइन बाइबिल

विज्ञापनम्


समग्रं बाइबिलम् पुरातननियमः नवीननियमः




मत्ती 10:24 - सत्यवेदः। Sanskrit NT in Devanagari

गुरोः शिष्यो न महान्, प्रभोर्दासो न महान्।

अध्यायं द्रष्टव्यम्

अधिकानि संस्करणानि

সত্যৱেদঃ। Sanskrit Bible (NT) in Assamese Script

গুৰোঃ শিষ্যো ন মহান্, প্ৰভোৰ্দাসো ন মহান্|

अध्यायं द्रष्टव्यम्

সত্যবেদঃ। Sanskrit Bible (NT) in Bengali Script

গুরোঃ শিষ্যো ন মহান্, প্রভোর্দাসো ন মহান্|

अध्यायं द्रष्टव्यम्

သတျဝေဒး၊ Sanskrit Bible (NT) in Burmese Script

ဂုရေား ၑိၐျော န မဟာန်, ပြဘောရ္ဒာသော န မဟာန်၊

अध्यायं द्रष्टव्यम्

satyavEdaH| Sanskrit Bible (NT) in Cologne Script

gurOH ziSyO na mahAn, prabhOrdAsO na mahAn|

अध्यायं द्रष्टव्यम्

સત્યવેદઃ। Sanskrit Bible (NT) in Gujarati Script

ગુરોઃ શિષ્યો ન મહાન્, પ્રભોર્દાસો ન મહાન્|

अध्यायं द्रष्टव्यम्

satyavedaH| Sanskrit Bible (NT) in Harvard-Kyoto Script

guroH ziSyo na mahAn, prabhordAso na mahAn|

अध्यायं द्रष्टव्यम्
अन्ये अनुवादाः



मत्ती 10:24
6 अन्तरसन्दर्भाः  

यदि शिष्यो निजगुरो र्दासश्च स्वप्रभोः समानो भवति तर्हि तद् यथेष्टं। चेत्तैर्गृहपतिर्भूतराज उच्यते, तर्हि परिवाराः किं तथा न वक्ष्यन्ते?


गुरोः शिष्यो न श्रेष्ठः किन्तु शिष्ये सिद्धे सति स गुरुतुल्यो भवितुं शक्नोति।


अहं युष्मानतियथार्थं वदामि, प्रभो र्दासो न महान् प्रेरकाच्च प्रेरितो न महान्।


दासः प्रभो र्महान् न भवति ममैतत् पूर्व्वीयं वाक्यं स्मरत; ते यदि मामेवाताडयन् तर्हि युष्मानपि ताडयिष्यन्ति, यदि मम वाक्यं गृह्लन्ति तर्हि युष्माकमपि वाक्यं ग्रहीष्यन्ति।