तथापि यथास्माभिस्तेषामन्तरायो न जन्यते, तत्कृते जलधेस्तीरं गत्वा वडिशं क्षिप, तेनादौ यो मीन उत्थास्यति, तं घृत्वा तन्मुखे मोचिते तोलकैकं रूप्यं प्राप्स्यसि, तद् गृहीत्वा तव मम च कृते तेभ्यो देहि।
लूका 5:4 - सत्यवेदः। Sanskrit NT in Devanagari पश्चात् तं प्रस्तावं समाप्य स शिमोनं व्याजहार, गभीरं जलं गत्वा मत्स्यान् धर्त्तुं जालं निक्षिप। अधिकानि संस्करणानिসত্যৱেদঃ। Sanskrit Bible (NT) in Assamese Script পশ্চাৎ তং প্ৰস্তাৱং সমাপ্য স শিমোনং ৱ্যাজহাৰ, গভীৰং জলং গৎৱা মৎস্যান্ ধৰ্ত্তুং জালং নিক্ষিপ| সত্যবেদঃ। Sanskrit Bible (NT) in Bengali Script পশ্চাৎ তং প্রস্তাৱং সমাপ্য স শিমোনং ৱ্যাজহার, গভীরং জলং গৎৱা মৎস্যান্ ধর্ত্তুং জালং নিক্ষিপ| သတျဝေဒး၊ Sanskrit Bible (NT) in Burmese Script ပၑ္စာတ် တံ ပြသ္တာဝံ သမာပျ သ ၑိမောနံ ဝျာဇဟာရ, ဂဘီရံ ဇလံ ဂတွာ မတ္သျာန် ဓရ္တ္တုံ ဇာလံ နိက္ၐိပ၊ satyavEdaH| Sanskrit Bible (NT) in Cologne Script pazcAt taM prastAvaM samApya sa zimOnaM vyAjahAra, gabhIraM jalaM gatvA matsyAn dharttuM jAlaM nikSipa| સત્યવેદઃ। Sanskrit Bible (NT) in Gujarati Script પશ્ચાત્ તં પ્રસ્તાવં સમાપ્ય સ શિમોનં વ્યાજહાર, ગભીરં જલં ગત્વા મત્સ્યાન્ ધર્ત્તું જાલં નિક્ષિપ| satyavedaH| Sanskrit Bible (NT) in Harvard-Kyoto Script pazcAt taM prastAvaM samApya sa zimonaM vyAjahAra, gabhIraM jalaM gatvA matsyAn dharttuM jAlaM nikSipa| |
तथापि यथास्माभिस्तेषामन्तरायो न जन्यते, तत्कृते जलधेस्तीरं गत्वा वडिशं क्षिप, तेनादौ यो मीन उत्थास्यति, तं घृत्वा तन्मुखे मोचिते तोलकैकं रूप्यं प्राप्स्यसि, तद् गृहीत्वा तव मम च कृते तेभ्यो देहि।
ततः शिमोन बभाषे, हे गुरो यद्यपि वयं कृत्स्नां यामिनीं परिश्रम्य मत्स्यैकमपि न प्राप्तास्तथापि भवतो निदेशतो जालं क्षिपामः।
तदा सोऽवदत् नौकाया दक्षिणपार्श्वे जालं निक्षिपत ततो लप्स्यध्वे, तस्मात् तै र्निक्षिप्ते जाले मत्स्या एतावन्तोऽपतन् येन ते जालमाकृष्य नोत्तोलयितुं शक्ताः।