ततः स मनसा चिन्तयित्वा कथयाम्बभूव ममैतानि समुत्पन्नानि द्रव्याणि स्थापयितुं स्थानं नास्ति किं करिष्यामि?
लूका 18:4 - सत्यवेदः। Sanskrit NT in Devanagari ततः स प्राड्विवाकः कियद्दिनानि न तदङ्गीकृतवान् पश्चाच्चित्ते चिन्तयामास, यद्यपीश्वरान्न बिभेमि मनुष्यानपि न मन्ये अधिकानि संस्करणानिসত্যৱেদঃ। Sanskrit Bible (NT) in Assamese Script ততঃ স প্ৰাড্ৱিৱাকঃ কিযদ্দিনানি ন তদঙ্গীকৃতৱান্ পশ্চাচ্চিত্তে চিন্তযামাস, যদ্যপীশ্ৱৰান্ন বিভেমি মনুষ্যানপি ন মন্যে সত্যবেদঃ। Sanskrit Bible (NT) in Bengali Script ততঃ স প্রাড্ৱিৱাকঃ কিযদ্দিনানি ন তদঙ্গীকৃতৱান্ পশ্চাচ্চিত্তে চিন্তযামাস, যদ্যপীশ্ৱরান্ন বিভেমি মনুষ্যানপি ন মন্যে သတျဝေဒး၊ Sanskrit Bible (NT) in Burmese Script တတး သ ပြာဍွိဝါကး ကိယဒ္ဒိနာနိ န တဒင်္ဂီကၖတဝါန် ပၑ္စာစ္စိတ္တေ စိန္တယာမာသ, ယဒျပီၑွရာန္န ဗိဘေမိ မနုၐျာနပိ န မနျေ satyavEdaH| Sanskrit Bible (NT) in Cologne Script tataH sa prAPvivAkaH kiyaddinAni na tadaggIkRtavAn pazcAccittE cintayAmAsa, yadyapIzvarAnna bibhEmi manuSyAnapi na manyE સત્યવેદઃ। Sanskrit Bible (NT) in Gujarati Script તતઃ સ પ્રાડ્વિવાકઃ કિયદ્દિનાનિ ન તદઙ્ગીકૃતવાન્ પશ્ચાચ્ચિત્તે ચિન્તયામાસ, યદ્યપીશ્વરાન્ન બિભેમિ મનુષ્યાનપિ ન મન્યે satyavedaH| Sanskrit Bible (NT) in Harvard-Kyoto Script tataH sa prADvivAkaH kiyaddinAni na tadaGgIkRtavAn pazcAccitte cintayAmAsa, yadyapIzvarAnna bibhemi manuSyAnapi na manye |
ततः स मनसा चिन्तयित्वा कथयाम्बभूव ममैतानि समुत्पन्नानि द्रव्याणि स्थापयितुं स्थानं नास्ति किं करिष्यामि?
तदा स गृहकार्य्याधीशो मनसा चिन्तयामास, प्रभु र्यदि मां गृहकार्य्याधीशपदाद् भ्रंशयति तर्हि किं करिष्येऽहं? मृदं खनितुं मम शक्ति र्नास्ति भिक्षितुञ्च लज्जिष्येऽहं।
अथ तत्पुरवासिनी काचिद्विधवा तत्समीपमेत्य विवादिना सह मम विवादं परिष्कुर्व्विति निवेदयामास।
तदा क्षेत्रपति र्विचारयामास, ममेदानीं किं कर्त्तव्यं? मम प्रिये पुत्रे प्रहिते ते तमवश्यं दृष्ट्वा समादरिष्यन्ते।
अपरम् अस्माकं शारीरिकजन्मदातारोऽस्माकं शास्तिकारिणोऽभवन् ते चास्माभिः सम्मानितास्तस्माद् य आत्मनां जनयिता वयं किं ततोऽधिकं तस्य वशीभूय न जीविष्यामः?