किन्तु यदा सत्यभक्ता आत्मना सत्यरूपेण च पितुर्भजनं करिष्यन्ते समय एतादृश आयाति, वरम् इदानीमपि विद्यते ; यत एतादृशो भत्कान् पिता चेष्टते।
योहन 4:24 - सत्यवेदः। Sanskrit NT in Devanagari ईश्वर आत्मा; ततस्तस्य ये भक्तास्तैः स आत्मना सत्यरूपेण च भजनीयः। अधिकानि संस्करणानिসত্যৱেদঃ। Sanskrit Bible (NT) in Assamese Script ঈশ্ৱৰ আত্মা; ততস্তস্য যে ভক্তাস্তৈঃ স আত্মনা সত্যৰূপেণ চ ভজনীযঃ| সত্যবেদঃ। Sanskrit Bible (NT) in Bengali Script ঈশ্ৱর আত্মা; ততস্তস্য যে ভক্তাস্তৈঃ স আত্মনা সত্যরূপেণ চ ভজনীযঃ| သတျဝေဒး၊ Sanskrit Bible (NT) in Burmese Script ဤၑွရ အာတ္မာ; တတသ္တသျ ယေ ဘက္တာသ္တဲး သ အာတ္မနာ သတျရူပေဏ စ ဘဇနီယး၊ satyavEdaH| Sanskrit Bible (NT) in Cologne Script Izvara AtmA; tatastasya yE bhaktAstaiH sa AtmanA satyarUpENa ca bhajanIyaH| સત્યવેદઃ। Sanskrit Bible (NT) in Gujarati Script ઈશ્વર આત્મા; તતસ્તસ્ય યે ભક્તાસ્તૈઃ સ આત્મના સત્યરૂપેણ ચ ભજનીયઃ| satyavedaH| Sanskrit Bible (NT) in Harvard-Kyoto Script Izvara AtmA; tatastasya ye bhaktAstaiH sa AtmanA satyarUpeNa ca bhajanIyaH| |
किन्तु यदा सत्यभक्ता आत्मना सत्यरूपेण च पितुर्भजनं करिष्यन्ते समय एतादृश आयाति, वरम् इदानीमपि विद्यते ; यत एतादृशो भत्कान् पिता चेष्टते।
अपरञ्च संसारमध्ये विशेषतो युष्मन्मध्ये वयं सांसारिक्या धिया नहि किन्त्वीश्वरस्यानुग्रहेणाकुटिलताम् ईश्वरीयसारल्यञ्चाचरितवन्तोऽत्रास्माकं मनो यत् प्रमाणं ददाति तेन वयं श्लाघामहे।
वयमेव छिन्नत्वचो लोका यतो वयम् आत्मनेश्वरं सेवामहे ख्रीष्टेन यीशुना श्लाघामहे शरीरेण च प्रगल्भतां न कुर्व्वामहे।
अनादिरक्षयोऽदृश्यो राजा योऽद्वितीयः सर्व्वज्ञ ईश्वरस्तस्य गौरवं महिमा चानन्तकालं यावद् भूयात्। आमेन्।