Biblia Todo Logo
ऑनलाइन बाइबिल

- विज्ञापनम् -




2 कुरिन्थियों 11:16 - सत्यवेदः। Sanskrit NT in Devanagari

16 अहं पुन र्वदामि कोऽपि मां निर्ब्बोधं न मन्यतां किञ्च यद्यपि निर्ब्बोधो भवेयं तथापि यूयं निर्ब्बोधमिव मामनुगृह्य क्षणैकं यावत् ममात्मश्लाघाम् अनुजानीत।

अध्यायं द्रष्टव्यम् प्रतिलिपि


अधिकानि संस्करणानि

সত্যৱেদঃ। Sanskrit Bible (NT) in Assamese Script

16 অহং পুন ৰ্ৱদামি কোঽপি মাং নিৰ্ব্বোধং ন মন্যতাং কিঞ্চ যদ্যপি নিৰ্ব্বোধো ভৱেযং তথাপি যূযং নিৰ্ব্বোধমিৱ মামনুগৃহ্য ক্ষণৈকং যাৱৎ মমাত্মশ্লাঘাম্ অনুজানীত|

अध्यायं द्रष्टव्यम् प्रतिलिपि

সত্যবেদঃ। Sanskrit Bible (NT) in Bengali Script

16 অহং পুন র্ৱদামি কোঽপি মাং নির্ব্বোধং ন মন্যতাং কিঞ্চ যদ্যপি নির্ব্বোধো ভৱেযং তথাপি যূযং নির্ব্বোধমিৱ মামনুগৃহ্য ক্ষণৈকং যাৱৎ মমাত্মশ্লাঘাম্ অনুজানীত|

अध्यायं द्रष्टव्यम् प्रतिलिपि

သတျဝေဒး၊ Sanskrit Bible (NT) in Burmese Script

16 အဟံ ပုန ရွဒါမိ ကော'ပိ မာံ နိရ္ဗ္ဗောဓံ န မနျတာံ ကိဉ္စ ယဒျပိ နိရ္ဗ္ဗောဓော ဘဝေယံ တထာပိ ယူယံ နိရ္ဗ္ဗောဓမိဝ မာမနုဂၖဟျ က္ၐဏဲကံ ယာဝတ် မမာတ္မၑ္လာဃာမ် အနုဇာနီတ၊

अध्यायं द्रष्टव्यम् प्रतिलिपि

satyavEdaH| Sanskrit Bible (NT) in Cologne Script

16 ahaM puna rvadAmi kO'pi mAM nirbbOdhaM na manyatAM kinjca yadyapi nirbbOdhO bhavEyaM tathApi yUyaM nirbbOdhamiva mAmanugRhya kSaNaikaM yAvat mamAtmazlAghAm anujAnIta|

अध्यायं द्रष्टव्यम् प्रतिलिपि

સત્યવેદઃ। Sanskrit Bible (NT) in Gujarati Script

16 અહં પુન ર્વદામિ કોઽપિ માં નિર્બ્બોધં ન મન્યતાં કિઞ્ચ યદ્યપિ નિર્બ્બોધો ભવેયં તથાપિ યૂયં નિર્બ્બોધમિવ મામનુગૃહ્ય ક્ષણૈકં યાવત્ મમાત્મશ્લાઘામ્ અનુજાનીત|

अध्यायं द्रष्टव्यम् प्रतिलिपि




2 कुरिन्थियों 11:16
7 अन्तरसन्दर्भाः  

यूयं ममाज्ञानतां क्षणं यावत् सोढुम् अर्हथ, अतः सा युष्माभिः सह्यतां।


बुद्धिमन्तो यूयं सुखेन निर्ब्बोधानाम् आचारं सहध्वे।


आत्मश्लाघा ममानुपयुक्ता किन्त्वहं प्रभो र्दर्शनादेशानाम् आख्यानं कथयितुं प्रवर्त्ते।


एतेनात्मश्लाघनेनाहं निर्ब्बोध इवाभवं किन्तु यूयं तस्य कारणं यतो मम प्रशंसा युष्माभिरेव कर्त्तव्यासीत्। यद्यप्यम् अगण्यो भवेयं तथापि मुख्यतमेभ्यः प्रेरितेभ्यः केनापि प्रकारेण नाहं न्यूनोऽस्मि।


यद्यहम् आत्मश्लाघां कर्त्तुम् इच्छेयं तथापि निर्ब्बोध इव न भविष्यामि यतः सत्यमेव कथयिष्यामि, किन्तु लोका मां यादृशं पश्यन्ति मम वाक्यं श्रुत्वा वा यादृशं मां मन्यते तस्मात् श्रेष्ठं मां यन्न गणयन्ति तदर्थमहं ततो विरंस्यामि।


यदि वयं हतज्ञाना भवामस्तर्हि तद् ईश्वरार्थकं यदि च सज्ञाना भवामस्तर्हि तद् युष्मदर्थकं।


अस्मान् अनुसरणं कुर्वन्तु : १.

विज्ञापनम्


विज्ञापनम्