ओ भईयौ और बहनौ, मैं तुम लोगौ सै बिनती करौ हौं कै जो सिक्छा तुमकै मिली है उस सिक्छा के बिरोद मै जो फूट डारै हैं, और ठोकर खबानै को काम करै है उन लोगौ सै दूर रौह।
जब मैं दूसरी दफै तुमरे संग हो तौ मैंनै तुमकै चितौनी दई ही, और जब अब मैं तुमसै दूर हौं तौ मैं तुमकै फिर चितौनी देवौ हौं कै, अगर मैं फिर तुमरे धौंरे आंगो तौ जिन्नै पाप करो और जो पाप करते रैहबैं हैं, उनकै और बाकी के दूसरे लोगौ कै बी ना छोड़ंगो।
ओ भईयौ और बहनौ, मैं तुमकै परभु ईसु मसी के नाम सै हुकम देवौ हौं कै जो बिसवासी लोग आलस करै हैं, और हमरी देई भई सिक्छा के हिसाब सै ना चलै हैं, उनसै दूर रौह।
और जैसे उनके बीच मै झूँटे भबिसबानी कन्नै बारे हे, बैसेई तुमरे बीच मै झूँटे सिकानै बारे बी हौंगे, जो चुपके चुपके नास कन्नै बारी झूँटी सिक्छा कै सिकाबै हैं, और बे बा मालिक को इनकार करै हैं जिसनै उनकै मोल लओ हो, ऐंसो करकै बे अपने ऊपर नास कै जल्दी बुलाबै हैं।