कैसेकै बौ जघै जाड़े काटनै के ताँई सई ना ही, इसताँई भौस्से लोगौ की जौ सला ही कै फीनिक्स मै पौंच कै जाड़ो काटैं। जौ करेत के जिहाज रुकनै को ऐंसो अड्डा है जिसकी रस्ता दक्खन, पच्छिम और उत्तर, पच्छिम की ओर खुलै है।
जब दखनैर हवा चलल लगी और उन्नै सोची कै हम अग्गे बढ़ सकै हैं इसताँई तबई पानी के जिहाज कै रोकनै बारे लंगरौ कै उठा लओ और जिहाज कै करेत टापू की आड़ सै होते भए अग्गे लेजाल लगे।
जब हम हौले हौले जाते भए कई दिनौ के बाद बड़ी मुसकल सै कनिदुस के सामने पौंचे। कैसेकै हवा उल्टी चल रई ही इसताँई हम सालेम के एक करेत टापू की आड़ सै होते भए अग्गे बढ़े।
मैं इसताँई तेकै करेत सैहर मै छोड़ आओ हो, कै तू बाकी बची भई बातौं कै सुदारै और मेरी आगियाँ के अनुसार हर सैहर मै बिसवासिऔ की मंडली के ताँई मुखियौं कै चुनकै खड़ो करै।
पर ऐंसे लोग नासमज जंगली जनाबरौ के हाँई हैं, जो पकड़े जानै और मारनै के ताँई पैदा भए हैं। बे उन बातौं के बारे मै बुरो बोलै हैं जिनकै बे ना तौ जानै हैं, बे जनाबरौ के हाँई नास हो जांगे।