10 और सिरप जौई ना, पर जब रिबका बी एक आदमी सै यानी हमरे अब्बा इसहाक सै गरबबती भई,
इसके अलाबा हमरे और तेरे बीच एक भौत बड़ी खाई बनाई गई है, कै अगर हिंया सै कोई उस पार जानो बी चाँहै तौ, ना जा सकै और ना कोई बहाँ सै इस पार हमरे धौंरे आ सकै।’
और इतनोई ना, पर अब तौ हमरे परभु ईसु मसी के दुआरा परमेसर सै मेल हो गओ है, इसताँई हम उसई के दुआरा परमेसर के ऊपर भरोसो रखकै खुस हैं।
इतनोई ना, पर हम दुख तकलीफ मै बी खुस रैहए, कैसेकै हम जानै हैं कै दुख तकलीफ सबर कै जलम देवै है।