फिर मुड़कै ईसु नै अपने चेलौ की ओर देखो, और पतरस कै डाँटते भए कैई कै, “ओ सैतान! मेरे सामने सै दूर हो, कैसेकै तू परमेसर की बातौं मै ना, पर आदमिऔ की बातौं मै मन लगाबै है।”
पर जा दुनिया के लोग परमेसर की आत्मा की बातौं कै ना मानै हैं, कैसेकै बे बात उन लोगौ की नजरौ मै मूरखता बारी हैं। बे इनकै ना समज सकै हैं, कैसेकै इन बातौं की परख आत्मा करै है।
कैसेकै सरीर की इच्छा आत्मा के बिरोद मै है, और आत्मा की इच्छा सरीर के बिरोद मै है। जे दौनौ आपस मै बिरोदी हैं। इसताँई कै जो तुम कन्नो चाँहौ हौ, बाकै ना कर पावौ हौ।
खास करकै ऐंसे लोग जो बुरी इच्छाऔं के संग सरीर कै लेकै चलै हैं और बड़े अधकारिऔं कै बेकार समजै हैं; बे घमंडी और जिद्दी हैं और महिमा मै रैहनै बारौ कै बुरो भलो कैनै सै पिच्छे बी ना हटैं हैं।