3 कैसेकै जो काम सरीर की कमजोरी के कारन नियम ना कर सको, उसकै परमेसर नै करो, यानी अपनेई लौंड़ा कै उसनै पापी आदमी जैसे आदमी के सरीर मै भेजो, इस तरीका सै परमेसर नै आदमी के सरीर मै पाप कै सजा दई।
कैसेकै मैं जानौ हौं कै मेरे भीतर यानी मेरे सरीर मै कोई बी अच्छी चीज ना बसै है। अच्छे काम कन्नै की इच्छा तौ मेरे भीतर है पर अच्छे काम मैंसै ना होवै हैं।
मसी नै हमरे सराप कै अपने ऊपर लेकै नियम के सराप सै हमकै आजाद करो है। कैसेकै पबित्तर सास्तर मै जौ लिखो है कै, “जिसकै कुरूस मै लटका कै मारो बौ सरापित है।”
तौ का जाको जौ मतलब है कै नियम परमेसर के बादे को बिरोद करै है? बिलकुल ना। कैसेकै अगर आदमी कै नियम सै जिन्दगी मिलती तौ नियम कै माननै सै धारमिकता मिल जाती।
इसताँई जैसे बालक मांस और खून सै बनो है बैसेई बौ बी खून और मांस के सरीर मै साजेदार बनो है जिस्सै कै बौ अपनी मौत के दुआरा बा सैतान कै जिसकै मौत के ऊपर हक मिलो है बाकै नास कर सकै।
इसताँई बाकै सिगरी बातौं मै अपने भईयौ और बहनौ के हाँई बननो जरूरी हो। जिस्सै बौ बिसवासजोग और दया कन्नै बारो बड़ो पुजारी बनकै परमेसर की सेवा करै। और बानै खुद कै बलि के रूप मै दे दओ जिस्सै कै लोगौ के पापौं सै उनकै माफी दिब्बा सकै।
बौ हमरे पापौं कै अपने सरीर मै लेए भए कुरूस मै चढ़ गओ जिस्सै कै हम पापौं के ताँई मरै और धारमिकता के ताँई जिन्दगी जीऐं, कैसेकै पबित्तर सास्तर मै लिखो है, “बाईके मार खाने सै तुम अच्छे भए हौ।”