पर मेरे नजरौ मै मेरी जान की कोई कीमत ना है, कैसेकै मैं अपनी दौड़ पूरी कन्नै की सोचौ हौं और परमेसर के किरपा की अच्छी खबर कै सुनानै के काम कै पूरो कन्नो चाँहौ हौं जिसके ताँई मैंकै परभु नै चुनो है।
बईयरौं नै अपने मरे भए लोगौ कै फिर सै जिन्दो पाओ, भौस्से लोग सताए गए, और आजाद होनो ना चाँहो। कैसेकै बे मर कै फिर सै जिन्दे होनै के बाद एक अच्छी जिन्दगी की आस रक्खै हे।
मैं बी एक बिसवासिऔ की मंडली को मुखिया हौं और मसी के दुखौ को गभा हौं; बाकी आनै बारी महिमा मै साजेदार हौं और तुमरे मुखियौं कै हिम्मत देते भए जौ बिनती करौ हौं कै।
मेरे पियारे भईयौ, अब हम परमेसर की औलाद हैं, मगर जौ अबी तक परकट ना भओ है कै हम का बनंगे। हम इतनो जानै हैं कै जब परमेसर को लौंड़ा परकट होगो, तौ हम बाके जैसेई हो जांगे, कैसेकै हम बाकै बैसेई देखंगे जैसो बौ है।