तुम मैं मैई बने रौह और मैं तुम्मै। जैसे डुग्गी अगर अंगूर की बेल मै बनी ना रैहबै है तौ अपने आप सै ना फल सकै है, बैसेई तुम बी अगर मैंई मै ना बने रैहए तौ ना फल सकौ हौ।
“मैं तुमसै सच-सच कैरओ हौं, जो मेरे बचन सुनकै मेरे भेजनै बारे मै बिसवास करै है, हमेसा की जिन्दगी बाकी है, और बाके ऊपर सजा को हुकम ना है, पर मौत सै पार होकै बौ जिन्दगी मै पौंच चुको है।
अन्दुरनीकुस और यूनियास कै मेरो नमस्कार। जो मेरे रिस्तेदार हैं और जो मेरे संग कैद मै हे, और इनकी भेजे भए चेलौ मै बी अच्छी जान पैचान है, जो मैंसै बी पैले मसी मै हे।
एकई आदमी की गलती और परमेसर के बरदान दौनौ मै भौत फरक है। एक पाप की बजै सै सजा की आगियाँ तौ देई गई, पर भौस्सी गलतिऔं के बाद जो बरदान देओ गओ, उसके दुआरा सजा सै मुक्ति मिल गई है।
फिर कौन है जो सजा की आगियाँ देगो? मसी ईसु बौ हो जो मर गओ पर बौ मुरदौं मै सै फिर जी उठो, और परमेसर के खाने हात की ओर बैठो है, और हमरे ताँई बिनती बी करै है।
परमेसर की बजै सै तुम लोग ईसु मसी के अंग बन गए हौ, और परमेसर की ओर सै ईसु मसी हमरे ताँई बुद्धि ठैरो। मसी की बजै सै हम परमेसर मै सई ठैराए गए और बाके पबित्तर लोग बन गए और हमकै पाप सै छुटकारो मिलो।
मैं एक ऐंसे आदमी कै जानौ हौं, जो मसी मै बिसवासी है, जिसकै चौदैह साल पैले सबसै ऊँचे सुरग मै उठा लओ गओ हो। मैं ना जानौ हौं कै बौ सरीर बारो हो या बगैर सरीर को पर परमेसरई जानै है।
मसी नै हमरे सराप कै अपने ऊपर लेकै नियम के सराप सै हमकै आजाद करो है। कैसेकै पबित्तर सास्तर मै जौ लिखो है कै, “जिसकै कुरूस मै लटका कै मारो बौ सरापित है।”
पबित्तर लोगौ और मसी ईसु मै सच्चे बिसवासिऔ के नाम जो इफिसुस सैहर मै रैहबैं हैं, मैं पौलुस जो परमेसर की मरजी सै मसी ईसु को भेजो भओ चेला हौं, जौ चिट्ठी लिख रओ हौं।
और बाके संग पूरी तरै सै एक हो जांऔ; मेरी बा धारमिकता सै ना जो नियम कै माननै सै मिलै है, पर बा धारमिकता सै जो मसी मै बिसवास कन्नै सै मिलै है, जो परमेसर की ओर सै आवै है, जो बिसवास मै टिकी है।