“परभु की आत्मा मैं मैई समाई है और उसनै मैंकै चुनो है जिस्सै मैं गरीबौ कै अच्छी खबर सुनाऔं। और मैं इसताँई भेजो गओ हौं कै कैदिऔ कै छुटकारे को और अन्धौ कै देखनै की अच्छी खबर बताऔं और दबे भएऔं कै छुड़ाऔं
और ना सिरप बेई पर हम बी जिनकै आत्मा को पैलो फल मिलो है, खुदई अपने भीतर कैंखैं हैं। कैसेकै हम परमेसर की औलाद बन्नै को और अपने सरीर की मुक्ति पानै को पैंड़ो देख रए हैं।
इसी तरीका सै आत्मा बी हमरी कमजोरी मै सायता करै है, कैसेकै हम ना जानै हैं कै हम कैसे पिराथना करैं। पर आत्मा खुदई हमरे ताँई कैंखते भए बिनती करै है, जो बात हम बोलई ना सकैं हैं।