अब सै मैं तुमकै गुलाम ना कैंगो, कैसेकै गुलाम ना जानै है कै बाको मालिक का करै है, पर मैंनै तुमकै दोस्त कैई है, कैसेकै बे सब बात जो मैंनै अपने अब्बा सै सुनी हैं तुमकै बता दंई हैं।
कैसेकै सरीर की इच्छा आत्मा के बिरोद मै है, और आत्मा की इच्छा सरीर के बिरोद मै है। जे दौनौ आपस मै बिरोदी हैं। इसताँई कै जो तुम कन्नो चाँहौ हौ, बाकै ना कर पावौ हौ।
पर कुछ बी होए परमेसर की बुनियाद पक्की और मजबूत है और बामै जौ लिखो पड़ो है कै, “परभु अपने लोगौ कै जानै है।” और जो ऐंसो कैबै हैं कै, “मैं परभु को हौं, तौ बाकै बुरे काम सै बचकै रैहनो चँईऐ।”
दूसरे लोगौ कै नरक की आग सै खैंच कै बचाऔ और डर के संग औरौं के ऊपर दया करौ; पर जो लोग सरीर की बुरी इच्छाऔं के हिसाब सै चलै हैं उनके लत्तौ सै बी नफरत करौ जिनके गलत कामौ के दाग उनके लत्तौ के ऊपर दिखाई देवै हैं।