“मैं तुमसै सच-सच कैरओ हौं, जो मेरे बचन सुनकै मेरे भेजनै बारे मै बिसवास करै है, हमेसा की जिन्दगी बाकी है, और बाके ऊपर सजा को हुकम ना है, पर मौत सै पार होकै बौ जिन्दगी मै पौंच चुको है।
बे जब बहाँ पौंचे तौ उन्नै बिसवासिऔ की मंडली के लोगौ कै इखट्टो करो, और परमेसर नै जो कुछ उनके संग करो, बे बात उन लोगौ कै बताँई और जौ बात बी बताई कै गैर यहूदी लोगौ के ताँई बी परमेसर नै बिसवास को मौहड़ो खोल दओ है।
तू दूसरौं के घर के दास के ऊपर दोस लगानै बारो कौन है? उसको पक्को बनो रैहनो या गिर जानो उसके मालिक केई ऊपर बात है। और बौ पक्को बनो रैहगो, कैसेकै परभु उसकै अपनी तागत सै खड़ो कर सकै है।
उमीद को सोत परमेसर है, और बौ तुम लोगौ कै पूरी खुसी और सान्ति सै भर दे जैसो कै तुमरो बिसवास उसमै है। ताकि पबित्तर आत्मा की सकति सै तुमरी उमीद बढ़ती जाऐ।
इस उमीद सैई हमरी मुक्ति भई है। पर जब हम जिस चीज की उमीद करै हैं और उसकै देख लेबै हैं, तौ फिर बौ उमीद ना है। कैसेकै जिस चीज कै कोई देख रओ है, तौ उस चीज की उमीद कौन करैगो?
जब हमरे मौह सै परदा हट गओ है तौ हम एक दरपन के हाँई हैं। और बामै परभु की चमक कै देखै हैं। हम बी बाके हाँई बैसेई होनै लगै हैं, और हमरी चमक बढ़ती चली जावै है और जौ चमक परभु की आत्मा सै मिलै है।
पर मसी परमेसर को लौंड़ा होते भए बाके घराने के सामने बिसवासजोग हो। अगर हम हिम्मत रक्खै और जो आस मसी मै है बाकै ना छोड़ै तौ तबई हम परमेसर के घराने के हैं।
तबई जे दो बात हैं, एक बाकी कसम और दूसरो बाको बादो है, जो कबी ना बदलै है, और परमेसर झूँट ना बोल सकै है। इसताँई अगर हम परमेसर के धौंरे भाजकै बाकी सरन मै आवै हैं; और जो आस हमकै बानै देर खाई है, बाकै मजबूताई सै पकड़नै के ताँई हिम्मत मिलै।
कैसेकै मसी हमरे पापौं के ताँई एकई बार मरो, मतलब की बौ निरदोस हो और अधरमी लोगौ की जघै मै एक धरमी मरो कै हमकै परमेसर के धौंरे ले जाय, पर सरीर सै बौ तौ मारो गओ हो लेकन परमेसर नै बाकै आत्मा मै जिन्दो करो हो।
तबई सिंगासन सै एक ऊँची अबाज मै मैंनै जौ कैते भए सुनो, “देखौ अब परमेसर को डेरा आदमिऔ के बीच मै है और बौ उनके बीच मै रैहगो। बे उसके लोग हौंगे और परमेसर खुदई उन लोगौ के संग रैहगो।