13 अब देखौ नियम आनै सै पैले दुनिया मै पाप हो, मगर जब कोई नियमई ना हो तौ किसी को बी पाप ना गिनो जावै हो।
कैसेकै नियम के कामौ सै कोई आदमी परमेसर के सामने धरमी ना ठैरैगो, पर नियम सै पाप की पैचान होवै है।
नियम तौ घुस्सा कै लेकै आवै है मगर जहाँ नियमई ना हैं तौ बहाँ नियम कै का तोड़ैं?
मौत को डंक पाप है और पाप की सकति नियम है।
हम जानै हैं कै हम मौत सै लिकरकै जिन्दगी मै आ गए हैं, कैसेकै हम अपने भईयौ सै पियार करै हैं; जो पियार ना करै है, बौ मौत के बस मै है।
जो कोई पाप करै है, बौ परमेसर के नियम कै तोड़ै है, कैसेकै नियम कै तोड़नोई पाप है।