10 कैसेकै जब हम परमेसर के दुसमन हे, तौ उसनै अपने लौंड़ा की मौत के दुआरा हमरो मेल अपने संग कराओ है, और अब मेल हो चुको है तौ हम मसी जिन्दगी दुआरा मुक्ति काए ना पांगे?
कैसेकै मेरे अब्बा की इच्छा जौ है, कै हर एक आदमी जो लौंड़ा कै देखै है, और बाके ऊपर बिसवास करै है, बौ हमेसा की जिन्दगी पागो, और मैं खुद आखरी दिन मै बाकै जिन्दो करंगो।”
अच्छी खबर की ओर सै देखैं तौ, बे परमेसर के दुसमन हैं जौ तुमरे ताँई फाएदा की बात है, मगर परमेसर दुआरा चुने जानै की ओर सै देखैं तौ बे बापदादौं की बजै सै परमेसर के पियारे हैं।
फिर कौन है जो सजा की आगियाँ देगो? मसी ईसु बौ हो जो मर गओ पर बौ मुरदौं मै सै फिर जी उठो, और परमेसर के खाने हात की ओर बैठो है, और हमरे ताँई बिनती बी करै है।
एक बखत हो जब हम बी अपने सरीर की गलत इच्छाऔं के हिसाब सै दिन काटै हे, और सरीर और मन की मरजी कै पूरी कन्नै मै लगे रैहबै हे, और सबई लोगौ के हाँई सौभाब सैई हम बी परमेसर के घुस्सा के लायक हे।
इसताँई बाकै सिगरी बातौं मै अपने भईयौ और बहनौ के हाँई बननो जरूरी हो। जिस्सै बौ बिसवासजोग और दया कन्नै बारो बड़ो पुजारी बनकै परमेसर की सेवा करै। और बानै खुद कै बलि के रूप मै दे दओ जिस्सै कै लोगौ के पापौं सै उनकै माफी दिब्बा सकै।
हे मेरे बालकौ, जे बात मैं तुमकै इसताँई लिख रओ हौं कै तुम पाप ना करौ। पर अगर कोई पाप करै है, तौ परमेसर के धौंरे हमरी ओर सै एक बोलनै बारो है, और बौ है धरमी ईसु मसी।
पियार की पैचान जौ है कै हमनै पैले परमेसर कै ना, बलकन परमेसर नै हम सै पियार करो है और हमरे पापौं कै मिटानै के ताँई बानै अपनो लौंड़ा बलि होनै के ताँई भेजो।