जो लौंड़ा मै बिसवास करै है, हमेसा की जिन्दगी बाई की है, पर बौ जो लौंड़ा की ना मानै है बाकै जिन्दगी ना मिलैगी, और परमेसर को घुस्सा बाके ऊपर बनो रैहगो।
कैसेकै मेरे अब्बा की इच्छा जौ है, कै हर एक आदमी जो लौंड़ा कै देखै है, और बाके ऊपर बिसवास करै है, बौ हमेसा की जिन्दगी पागो, और मैं खुद आखरी दिन मै बाकै जिन्दो करंगो।”
जैसो पबित्तर सास्तर मै लिखो है, “देखौ मैं सिओन मै एक पत्थर रख रओ हौं, जो लोगौ कै ठेस लगाबै है, और एक चट्टान जो ठोकर लगाबै है। मगर जो कोई उसके ऊपर बिसवास करैगो उसकी कबी बेजती ना होगी।”
पर पबित्तर सास्तर जौ कैबै है कै जौ सिगरी दुनिया पाप की गुलाम है। जिस्सै कै जो बरदान को बादो ईसु मसी मै बिसवास कन्नै के दुआरा दओ जावै है, बौ बिसवास कन्नै बारौ कै मिलै।
तुम लोगौ नै सच्चाई को बचन अपनी मुक्ति की अच्छी खबर कै सुन्नै के बाद मसी मै बिसवास करो, और तुमरे ऊपर परमेसर नै मौहर के रूप मै पबित्तर आत्मा दओ जिसको बादो परमेसर नै करो हो।
और बाके संग पूरी तरै सै एक हो जांऔ; मेरी बा धारमिकता सै ना जो नियम कै माननै सै मिलै है, पर बा धारमिकता सै जो मसी मै बिसवास कन्नै सै मिलै है, जो परमेसर की ओर सै आवै है, जो बिसवास मै टिकी है।
बिसवास की बजै सैई परमेसर नै नूह कै जब उन बातौं की चितौनी दई जो नूह नै ना देखी ही, तब बानै बातौं कै मानकै अपने टब्बर कै बचानै के ताँई एक पानी को जिहाज बनाओ। बाके बिसवास के दुआरा बानै दुनिया कै दोसी ठैराओ और बा बिसवास सैई बौ धारमिकता को बारिस बनो।
मैं समौन पतरस जो ईसु मसी को सेवक और भेजो भओ चेला हौं, जौ चिट्ठी मैं उन लोगौ के नाम लिख रओ हौं जो हमरे हाँई हमरे परमेसर और मुक्ति दैनै बारे ईसु मसी की धारमिकता के दुआरा सै बिसवास पावै हैं।
उनसै कैई गई कै बे ना तौ धरती की घाँस कै, ना किसी हरियाली कै, ना किसी पेड़ौ कै नुकसान पौंचाऐ, पर उन आदमिऔ कै नुकसान पौंचाऐ जिनके माथे मै परमेसर की मौहर ना है।