7 अगर मेरे झूँट के बजै सै परमेसर की सच्चाई और बाकी महिमा कै बढ़ाबो मिलो है, तौ पापी के हाँई मैंकै दोसी काए ठैराओ जावै है?
ईसु नै बासै कैई, “मैं तुमसै सच कैरओ हौं, कै आजई रात मुरगा के बाँक दैनै सै पैले, तू तीन दफै मेरो इनकार कर देगो।”
परमेसर के दुआरा ईसु के ताँई जौ योजना पैलेई सै बनार खाई ही और बाईके हिसाब सै पकड़बाओ गओ, और तुमनै अधरमिऔं के हात सै बाकै कुरूस मै चढ़ाकै मार डारो।
बिलकुल ना! पर अगर हर एक आदमी झूँटो बी है, तौबी परमेसर सच्चो है जैसो लिखो है, “जिस्सै तू अपनी बातौं मै धरमी ठैरै और जब तेरो नियाय होगो तौ तू जै पाय।”