बैबिचारी और परमेसर कै ना माननै बारी पीड़ी एक निसानी माँगै है, पर नबी योना की निसानी के अलाबा कोई और निसानी उनकै ना देई जागी।” फिर ईसु उनकै छोड़कै चलो गओ।
फिर बानै सिकाते भए उनसै कैई, “पबित्तर सास्तरौं मै लिखो है, ‘मेरो घर सब जाति के लोगौ के ताँई पिराथना को घर कैलागो?’ पर तुम लोगौ नै जौ डाँकुऔं को अड्डा बना दओ है।”
बैबिचार कन्नै बारौ का तुम जौ ना जानौ हौ, कै दुनिया सै दोस्ती कन्नी परमेसर सै दुसमनी कन्नै के बराबर है? इसताँई जो कोई दुनिया सै दोस्ती कन्नो चाँहै है बौ परमेसर को दुसमन बन जावै है।