कैसेकै परमेसर नै एक दिन ऐंसो ठैराओ है, जिसमै बौ बा आदमी के दुआरा दुनिया के लोगौ को सच्चाई सै नियाय करैगो जिसकै बानै ठैरार खाओ है, और बाकै मरे भएऔं मै सै फिर सै जिन्दो करकै जा बात को सबूत दे दओ है।”
इसताँई दूसरे के ऊपर दोस लगानै बारे, तू चाँए कोई काए ना हो, तेरे धौंरे कोई बहानो ना है, कैसेकै जिस बात मै तू दूसरे के ऊपर दोस लगाबै है, उसई बात मै अपने आपकै बी दोसी ठैराबै है, कैसेकै तू जो दोस लगाबै है खुदई बौ काम करै है।
पर तू अपने बुरे कामौ सै मन ना फिरानै और अपने हटीले मन की बजै सै बाके कोप के दिन के ताँई जिसमै परमेसर को सच्चो नियाय परकट होगो, उस दिन के ताँई परमेसर को कोप कै इखट्टो कर रओ है।
कैसेकै उसको फैसला सच्चो और ठीक है, इसताँई कै उसनै उस बड़ी रन्डी कै जो अपने बैबिचार के कामौ सै धरती कै खराब कर रई ही, नियाय करो है, और उस्सै अपने दासौं के खून को बदलो लओ है।”