और उस बिसवासिऔ की मंडली कै बी नमस्कार जो उनके घर मै इखट्टे होवै हैं। मेरे पियारे दोस्त इपनितुस कै मेरो नमस्कार जिसनै एसिया मुलक मै मसी कै सबसै पैले अपनाओ हो।
अन्दुरनीकुस और यूनियास कै मेरो नमस्कार। जो मेरे रिस्तेदार हैं और जो मेरे संग कैद मै हे, और इनकी भेजे भए चेलौ मै बी अच्छी जान पैचान है, जो मैंसै बी पैले मसी मै हे।
हे मेरे पियारे भईयौ, मेरी इच्छा है कै मैं तुमसै मिलौं कैसेकै तुम मेरी खुसी, और मेरी इज्जत हौ, और तुमकै जैसो मैंनै बताऔ है, परभु मै तुम बैसेई पक्के बने रौह।