34 पबित्तर सास्तर मै लिखो है, “परभु के मन कै कौन जानै है? और उसकै सला दैनै बारो कौन हो सकै है?”
कैसेकै परभु को मन किसनै जानो है, कै बाकै सिकाए? पर जैसे मसी सोचै है बैसेई हम बी सोच सकै हैं।