16 अगर माड़े भए चून की पैली लोई परमेसर कै चढ़ानै सै पबित्तर है, तौ सिगरो माड़ो भओ चून बी पबित्तर है, और अगर जड़ पबित्तर है, तौ डुग्गी बी पबित्तर हैं।
और ना सिरप बेई पर हम बी जिनकै आत्मा को पैलो फल मिलो है, खुदई अपने भीतर कैंखैं हैं। कैसेकै हम परमेसर की औलाद बन्नै को और अपने सरीर की मुक्ति पानै को पैंड़ो देख रए हैं।
कैसेकै अबिसवासी आदमी अपनी बिसवासी बईयर के दुआरा पबित्तर ठैराओ जावै है, और अबिसवासी बईयर अपने बिसवासी आदमी के दुआरा पबित्तर ठैराई जागी। ना तौ तुमरी औलाद असुद्द होतीं, पर अब बे पबित्तर हैं।
जे बे आदमी हे जिनौनै अपने आपकै कबी किसी बईयर के संग असुद्द ना करो और अपने आपकै पबित्तर रक्खो। और जहाँ कहीं बी मैमना जावै हो बे उसके संग जावै हे। परमेसर और मैमना के ताँई पैले फल के रूप मै इनकै आदमिऔ मै सै मोल लेएओ गओ हो।