1 इसताँई मैं पूँछौ हौं, “का परमेसर नै अपनेई लोगौ कै छोड़ दओ है?” बिलकुल ना, कैसेकै मैं बी एक ईसराइली हौं, मैं इब्राहिम की औलाद और बिन्यामीन के गोत को हौं।
“मैं तौ एक यहूदी आदमी हौं जो किलिकिया के तरसुस मै पैदा भओ, पलो और ऐरूसलेम मै गमलीएल के धौंरे पढ़ो और अपने बापदादौं के नियमौ कै अच्छे सै सीको। मैं बी परमेसर को ऐंसो भक्त हौं जैसे तुम अब हौ।
पर मैं कैबौ हौं, का उनौनै इसताँई ठोकर खाई, कै बे गिरकै खतम हो जाँय? बिलकुल ना, पर उनके गलती कन्नै के कारन गैर यहूदी लोगौ कै मुक्ति मिली है, कै यहूदिऔं कै जरन पैदा हो।