7 पैले सुरगदूत नै तुरही बजाई, और खून मै सने भए ओरे और आग पैदा भई और धरती मै गिर पड़ी, जिस्सै एक तिहाई हिस्सा जमीन को जरकै भसम हो गओ, एक तिहाई पेड़ जर गए और सैरी हरी घाँस जरकै भसम हो गई।
कैसेकै जब सूरज लिकरै है तौ चटक्को घाम आवै है, तौ बौ घाँस कै सुका देवै है और बाको फूल झड़ जावै है और बाकी चमक खतम होती जावै है; बैसेई सेट आदमी बी अपने कामकाज कै करतो करतो मट्टी मै मिल जागो।
उसनै अपनी पूँछ सै आसमान के तारौं को एक तिहाई हिस्सा खैंच कै धरती मै फैंक दओ। बौ बईयर जो बालक कै जलम दैनै बारी ही, अजगर उसके सामने खड़ो हो गओ ताकि बौ जैसेई उस बालक कै जलम दे, बौ उसके बालक कै खा जाऐ।
और पैलो सुरगदूत गओ और उसनै धरती के ऊपर अपनो कटोरा लौटो। जिन लोगौ मै जनाबर को निसान लगो हो और जो उसकी मूरती की पूजा करै हे, उनके बदन मै भौत बुरे और दरद दैनै बारे फोड़ा लिकरे।
मैंनै नजर करी और देखो, एक हल्के पेरे रंग को घोड़ा हो, उसके ऊपर बैठे भए को नाम “मौत” हो, और अधलोक उसके पीछे-पीछे हो और उसकै धरती के एक चौथाई हिस्सा मै जौ अधकार देओ गओ कै तरवार, अकाल और मरी और धरती के जंगली जनाबरौ दुआरा लोगौ कै मार डारै।
इसके बाद मैंनै धरती के चारौ कौहनेऔ मै चार सुरगदूत खड़े देखे। बे धरती की चारौ लंग की हवाऔं कै थामे भए हे जिस्सै धरती और समन्दर या किसी बी पेड़ मै हवा ना चलै।
उनसै कैई गई कै बे ना तौ धरती की घाँस कै, ना किसी हरियाली कै, ना किसी पेड़ौ कै नुकसान पौंचाऐ, पर उन आदमिऔ कै नुकसान पौंचाऐ जिनके माथे मै परमेसर की मौहर ना है।