17 कैसेकै मैमना जो सिंगासन के बीच मै है उनकी रखबारी करैगो और उनकै जिन्दगी दैनै बारे जल के सोतौं के धौंरे ले जाऐ करैगो और परमेसर उनकी आँखौ सै सब असुआ पछौन डारैगो।”
ईसु नै जबाब देते भए उस्सै कैई, “अगर तू परमेसर के बरदान कै जानती और जौ बी जानती कै बौ कौन है जो तुस्सै कैबै है, मैंकै पानी पिबा, तौ तू बासै माँगती और बौ तेकै जिन्दगी को जल देतो।”
पर जो कोई उस जल मै सै पियैगो जो मैं बाकै देंगो, बौ फिर जिन्दगी भर कबी पियासो ना होगो, पर जो जल मैं बाकै देंगो, बौ बामै एक सोता बन जागो, जो हमेसा की जिन्दगी के ताँई उमड़तो रैहगो।”
इसताँई तुम अपनी और अपने लोगौ की देखभाल करौ, जिसके ताँई तुमकै पबित्तर आत्मा नै चुनो है, कैसेकै तुम बिसवासिऔ की मंडली के लोगौ के ताँई ऐंसे हौ जैसे गड़रिया भेड़ौ के झुन्ड के ताँई है। जिसकै परमेसर नै अपने लौंड़ा को खून देकै मोल लओ है।
जे बे आदमी हे जिनौनै अपने आपकै कबी किसी बईयर के संग असुद्द ना करो और अपने आपकै पबित्तर रक्खो। और जहाँ कहीं बी मैमना जावै हो बे उसके संग जावै हे। परमेसर और मैमना के ताँई पैले फल के रूप मै इनकै आदमिऔ मै सै मोल लेएओ गओ हो।
फिर उसनै मैंसै कैई, “सब कुछ पूरो हो चुको है। मैंई पैलो और आखरी हौं, मैंई सुरूआत और अन्त हौं। जो बी पियासो है, मैं उसकै जिन्दगी के जल के सोत सै मुफत मै पिबांगो।
तब मैंनै बा सिंगासन और चारौ पिरानिऔ और उन बुजरगौं के बीच मै बलि करो भओ जैसो एक मैमना खड़ो देखो, उसके सात सींग और सात आँख हीं जे परमेसर की सातौं आत्मा हैं, जो सैरी धरती मै भेजी गंई हैं।