ईसु नै उस्सै कैई, “तैनै खुदई कैदई, पर मैं तुम लोगौ सै जौ बी कैरओ हौं, कै अब सै तुम आदमी के लौंड़ा कै सरब सकतिमान परमेसर के दाँय ओर बैठे भए, और आसमान के बादरौं मै आते भए देखौगे।”
उनके मन की कठोरता देक्कै ईसु कै दुख भओ फिर ईसु नै घुस्सा मै भरकै चारौ ओर देखो और उस आदमी सै कैई, “अपनो हात बढ़ा,” उसनै ऐंसोई करो और बाको हात ठीक हो गओ।
और जो हमेसा जिन्दो रैहबै है, और जिसनै सुरग कै और जो कुछ उसमै है, धरती कै और जो कुछ उसमै है, और समन्दर कै और जो कुछ उसमै है, बनाओ और उसकी कसम खाकै कैई, “अब तौ और देर ना होगी।
और जाति-जाति कै मारनै के ताँई उसके मौह सै एक पैनी तरवार लिकरैगी, और बौ लोहो को डन्डा लेए भए उनके ऊपर राज करैगो। और बौ सरब सकतिमान परमेसर के भयानक घुस्सा के कुन्ड मै बौ अंगूर को रस नचोड़ैगो।
उनौनै जोर सै ऊँची अबाज मै चिल्लाकै कैई, “हे पबित्तर और सच्चो परभु, तू कब तक नियाय ना करैगो? और धरती के रैहनै बारौं सै हमरे खून को बदलो कब तक ना लेगो?”