“उन दिनौ जो मुसीबत पड़ैगी उसके तुरन्त बाद, “‘सूरज कारो पड़ जागो, चाँद सै उसकी चाँदनी ना छिटकैगी आसमान सै तारे गिरललगंगे और आसमान की महासकति हला दई जांगी।’
फिर ईसु नै कैई, “उन दिनौ सूरज, चाँद और तारौं मै चमत्कारी चिन्न दिखाई दंगे और धरती मै जाति-जाति के सब लोगौं मै मुसीबत आंगी और बे समन्दर के गरजनै और उथल पुथल सै घबरा जांगे।