हाय, खुराजिन और बैतसैदा सैहर के लोगौ, जो चमत्कार के काम तुमरे बीच मै करे गए हैं, अगर बे सूर और सैदा सैहरौं के लोगौ के बीच मै करे जाते तौ, बे ना जानै कब के बोरी पैहरकै और छार लगाकै अपने पापौं सै मन फिरा लेते।
“उन दिनौ जो मुसीबत पड़ैगी उसके तुरन्त बाद, “‘सूरज कारो पड़ जागो, चाँद सै उसकी चाँदनी ना छिटकैगी आसमान सै तारे गिरललगंगे और आसमान की महासकति हला दई जांगी।’
फिर बिजली चमकी, ऊँची अबाज, बादरौं को गरजनो और एक ऐंसो हालोचालो आओ जैसो धरती मै आदमी कै बनाए जाने सै लेकै अब तक कबी ना आओ हो। बौ हालोचालो इत्तो बड़ो और सकतिसाली हो;
चौथे सुरगदूत नै तुरही बजाई, तौ सूरज को एक तिहाई भाग, चाँद को एक तिहाई भाग और तारौं के एक तिहाई भाग मै मुसीबत आई जिस्सै उनके एक तिहाई भाग मै इन्धेरो हो गओ, इसताँई दिन और रात मै बी एक तिहाई भाग मै इन्धेरो हो गओ।