11 उनमै सै हर एक कै सपेद लत्ता देए गए, और उनसै कैई गई कै, और थोड़ी देर तक आराम करौ, जब तक कै तुमरे संगी दास और भईया जो तुमरे जैसे बलि होनै बारे हैं, उनकी बी गिनती पूरी ना हो ले।
पर मेरे नजरौ मै मेरी जान की कोई कीमत ना है, कैसेकै मैं अपनी दौड़ पूरी कन्नै की सोचौ हौं और परमेसर के किरपा की अच्छी खबर कै सुनानै के काम कै पूरो कन्नो चाँहौ हौं जिसके ताँई मैंकै परभु नै चुनो है।
जिनके नाम सुरग मै लिखे गए हैं उन परमेसर की पैली औलादौं की मंडली मै, सबके नियाय कन्नै बारे परमेसर के धौंरे और पक्के बनाए गए धरमी लोगौ की आत्माऔ के धौंरे आए हौ।
और जो हमेसा जिन्दो रैहबै है, और जिसनै सुरग कै और जो कुछ उसमै है, धरती कै और जो कुछ उसमै है, और समन्दर कै और जो कुछ उसमै है, बनाओ और उसकी कसम खाकै कैई, “अब तौ और देर ना होगी।
दूसरे जनाबर कै जौ सकति देई गई ही कै बौ पैले जनाबर की मूरती मै जान डार दे ताकि पैले जनाबर की बौ मूरती ना सिरप बोल सकै, पर उन सबई कै मार डान्नै की आगियाँ बी दे सकै, जो इस मूरती की पूजा ना करैं हैं।
और सुरग सै मैंनै जौ अबाज सुनी, “लिख: धन्न हैं बे मुरदे, जो परभु मै बिसवास करते भए मरे हैं!” और आत्मा कैबै है कै ठीक है, “कैसेकै अब सै बे अपनी मैहनत के बाद आराम करंगे, कैसेकै उनके करम, उनके संग हैं।”
मैंनै उस्सै कैई, “हे परभु, तूई जानै है।” उसनै मैंसै कैई, “जे बे हैं, जो उस बड़ी मुसीबत मै सै लिकरकै आँए हैं, इनौनै अपने अपने लत्ता मैमना के खून मै धोकै सपेद करे हैं।
इसके बाद मैंनै नजर करी, और देखो, कै हर एक गोत, जाति, और हर एक भासा के लोगौ की एक ऐंसी भीड़ ही जिसकै कोई गिन ना सकै हो, बे सपेद लत्ता पैहरे भए और अपने हातौ मै खजूर के डुग्गे लेए भए सिंगासन और मैमना के सामने खड़े हे।