8 जब उसनै किताब ले लई, तौ बे चारौ पिरानी और चौबीसौं बुजरग उस मैमना के सामने गिर पड़े। उनमै सै हर एक के हात मै बींड़ा हो और धूपबत्ती सै भरे भए सौने के कटोरा हे, जो पबित्तर लोगौ की पिराथना है।
मैंकै काँच को एक समन्दर दिखाई दओ जिसमै आग मिली भई ही। और जिनौनै उस जनाबर और उसकी मूरती मै और उसके नाम की संखिया मै जीत पाई ही, बे काँच के समन्दर के धौंरे परमेसर की बींड़ा कै लेए भए खड़े हे।
तब जे चौबीसौ बुजरग सिंगासन मै बैठनै बारे के सामने गिर पड़ै हैं और बाकी जो युगौं-युगौं तक जिन्दो है आराधना करैं हैं और बे अपने अपने मुकट सिंगासन के सामने जौ कैते भए डार देवै हैं,
चारौ पिरानिऔ के छै छै पंख हैं, बे भीतर बाहार आँखौं सै भरे भए हैं और दिन रात लगातार जौ कैते रैहबैं हैं, “पबित्तर, पबित्तर, पबित्तर परभु परमेसर सरब सकतिमान है, जो हो और जो है और जो आनै बारो है।”
तब मैंनै बा सिंगासन और चारौ पिरानिऔ और उन बुजरगौं के बीच मै बलि करो भओ जैसो एक मैमना खड़ो देखो, उसके सात सींग और सात आँख हीं जे परमेसर की सातौं आत्मा हैं, जो सैरी धरती मै भेजी गंई हैं।