8 चारौ पिरानिऔ के छै छै पंख हैं, बे भीतर बाहार आँखौं सै भरे भए हैं और दिन रात लगातार जौ कैते रैहबैं हैं, “पबित्तर, पबित्तर, पबित्तर परभु परमेसर सरब सकतिमान है, जो हो और जो है और जो आनै बारो है।”
ओ भईयौ और बहनौ, तुम याद रक्खौ कै हमनै तुमरे बीच मै रात-दिन मैहनत को काम इसताँई करो है, जिस्सै कै हम परमेसर की अच्छी खबर कै सुनाते भए किसी के ऊपर बोज ना बनै।
यहून्ना की ओर सै एसिया की उन सात बिसवासिऔ की मंडलिऔ के ताँई लिखौ हौं। उस परमेसर की ओर सै जो है और जो हो और जो आनै बारो है, और उन सात आत्माऔ की ओर सै जो बाके सिंगासन के सामने हैं; तुमकै किरपा और सान्ति मिलती रैह।
और उनके दरद को धुआँ हमेसा ऊपर उठतो रैहगो, और जो उस जनाबर और उसकी मूरती की पूजा करतो होगो, या उसको निसान अपने ऊपर लगागो उनकै रात-दिन कबी चैन ना मिलैगो।”
बे आदमी सिंगासन के सामने और चारौ पिरानिऔ और बुजरगौं के सामने एक नओ गीत गा रए हे। जिन एक लाख चबालीस हजार आदमिऔ कै धरती मै सै मोल लेएओ गओ हो उनके अलाबा कोई दूसरो आदमी उस गीत कै ना सीक सकै हो।
बे परमेसर के सेवक मूसा और मैमना को जौ गीत गा रए हे, “हे सबसै सकतिसाली परभु परमेसर बे करम जिनकै तू करै है, महान और अदभुत है, तेरो रस्ता सई और सच्चो है और तू सबई जातिऔं को राजा है।”
जे सैतान की दुसट आत्मा हीं, और उनमै चमत्कार के चिन्नौ कै दिखानै की सकति ही। बे सिगरे दुनिया के राजाऔं के धौंरे इसताँई जावै हीं कै, सरब सकतिमान परमेसर के बड़े दिन की लड़ाई के ताँई उनकै इखट्टे कर सकैं।
और जाति-जाति कै मारनै के ताँई उसके मौह सै एक पैनी तरवार लिकरैगी, और बौ लोहो को डन्डा लेए भए उनके ऊपर राज करैगो। और बौ सरब सकतिमान परमेसर के भयानक घुस्सा के कुन्ड मै बौ अंगूर को रस नचोड़ैगो।
“फिलादेलफिया के बिसवासिऔ की मंडली के सुरगदूत कै जौ लिख, “जो पबित्तर और सच्चो है और जिसके धौंरे दाऊद की कूंची है, जिसकै बौ खोलै है बाकै कोई बन्द ना कर सकै है, और जिसकै बौ बन्द करै है, बाकै कोई खोल ना सकै है, बौ जौ कैबै है कै,
तब मैंनै बा सिंगासन और चारौ पिरानिऔ और उन बुजरगौं के बीच मै बलि करो भओ जैसो एक मैमना खड़ो देखो, उसके सात सींग और सात आँख हीं जे परमेसर की सातौं आत्मा हैं, जो सैरी धरती मै भेजी गंई हैं।
और मैंनै उन चारौ पिरानिऔ के बीच मै सै एक अबाज जौ कैते भए सुनी, “एक दिन की डिहाड़ी के बदले किलो भर गैहूं और एक दिन की डिहाड़ी के बदले तीन किलो जई, पर तेल और अंगूर के रस को नुकसान मत करिए।”
और सैरे सुरगदूत उस सिंगासन, और बुजरगौं और चारौ पिरानिऔ के चारौ लंग खड़े हे फिर बे सिंगासन के सामने मौह के बल गिर पड़े और उनौनै जौ कैते भए परमेसर की आराधना करी,