10 तब जे चौबीसौ बुजरग सिंगासन मै बैठनै बारे के सामने गिर पड़ै हैं और बाकी जो युगौं-युगौं तक जिन्दो है आराधना करैं हैं और बे अपने अपने मुकट सिंगासन के सामने जौ कैते भए डार देवै हैं,
और उस घर मै पौंच कै बौ बालक उसकी अईया मरियम के संग देखो, और मौह के बल गिरकै बाकै परनाम करो, और अपनो अपनो झोला खोलकै उस्सै सौनो, लोबान और गन्धरस की भेंट चढ़ाई।
पर मैं जो कुछ बी हौं, बौ परमेसर की किरपा सै हौं। बाकी किरपा जो मेरे ऊपर भई, बौ बेकार ना गई। पर मैंनै सबई सै जादा मैहनत करी, तौबी जौ मेरी ओर सै ना पर परमेसर की किरपा सै भओ, जो मेरे ऊपर ही।
और जो हमेसा जिन्दो रैहबै है, और जिसनै सुरग कै और जो कुछ उसमै है, धरती कै और जो कुछ उसमै है, और समन्दर कै और जो कुछ उसमै है, बनाओ और उसकी कसम खाकै कैई, “अब तौ और देर ना होगी।
हे परभु, एक तुई है जिस्सै सब लोग डरैं हैं, और तेरो नाम लेकै सब जनी तेरी बड़ाई करै हैं। कैसेकै तुई पबित्तर है, और सिगरी जातिऔं के लोग आकै तेरी आराधना करै हैं, कैसेकै तेरे नियाय के काम सबके सामने परकट होवै हैं।
जब उसनै किताब ले लई, तौ बे चारौ पिरानी और चौबीसौं बुजरग उस मैमना के सामने गिर पड़े। उनमै सै हर एक के हात मै बींड़ा हो और धूपबत्ती सै भरे भए सौने के कटोरा हे, जो पबित्तर लोगौ की पिराथना है।
और सैरे सुरगदूत उस सिंगासन, और बुजरगौं और चारौ पिरानिऔ के चारौ लंग खड़े हे फिर बे सिंगासन के सामने मौह के बल गिर पड़े और उनौनै जौ कैते भए परमेसर की आराधना करी,