19 और अगर कोई इस भबिसबानी की किताब की लिखी भई बातौं मै सै कुछ हटागो, तौ परमेसर जिन्दगी के पेड़ और पबित्तर सैहर मै सै जिसको जिकर इस किताब मै है, उसको हिस्सा छीन लेगो।
पर मन्दर के बाहार के दारे कै छोड़ दे; उसकै मत नाप, कैसेकै बौ गैर यहूदी लोगौ कै दे दओ गओ है, और बे पबित्तर सैहर कै बियालीस महीनौं तक अपने पाँऐऔं सै खूँदते रैहंगे।
और सुरग सै मैंनै जौ अबाज सुनी, “लिख: धन्न हैं बे मुरदे, जो परभु मै बिसवास करते भए मरे हैं!” और आत्मा कैबै है कै ठीक है, “कैसेकै अब सै बे अपनी मैहनत के बाद आराम करंगे, कैसेकै उनके करम, उनके संग हैं।”
“जो जीत जांगे, और मेरे कामौ कै अन्त तक करते रैहंगे, जो अधकार मैंनै अपने अब्बा सै पाओ है बौ अधकार मैं उनकै दंगो। मैं उनकै जाति-जाति के लोगौ के ऊपर अधकार दंगो बे उनके ऊपर लोहो के डन्डा सै सासन करंगे और तोड़ डारंगे, जैसे मट्टी के बरतन टूटकै चकनाचूर हो जावै हैं। मैं बाकै सुबे को तारो दंगो।
“जिसके कान हौं बौ सुन ले कै आत्मा बिसवासिऔ की मंडलिऔ सै का कैबै है। जो जै पाऐ, मैं बाकै उस जिन्दगी के पेड़ मै सै फल खानै कै दंगो जो परमेसर के बगीचा मै है।
और सैहर की सड़कौं के बीच सै बैहती भई नद्दी के किनार, दौनौ लंग जिन्दगी के पेड़ हे, उसमै बारैह बार फल लगै हे, और बौ हर महीना फलावै हो, और उस पेड़ के पत्तौ सै जाति-जाति के लोगौ को इलाज होवै हो।
जो जीत जागो, उसकै मैं अपने परमेसर के मन्दर मै एक खम्मा बनांगो। और बौ फिर कबी बाहार ना लिकरैगो। मैं अपने परमेसर को नाम और अपने परमेसर के सैहर को नाम बाके ऊपर लिखंगो यानी नए ऐरूसलेम को नाम जो मेरे परमेसर के धौंरे सै सुरग सै उतरनै बारो है, और मैं अपनो नओ नाम बी बाके ऊपर लिखंगो।