“तब राजा अपने खाने हात बारे लोगौ सै कैगो, हे मेरे अब्बा के धन्न लोगौ, आऔ और उस राज के हकदार बन जाऔ, जो दुनिया के सुरू सैई तुम लोगौ के ताँई तईयार करो गओ है।
ईसु जैसेई अपने सफर मै लिकरो, तौ एक आदमी उसके धौंरे दौड़ते भए आओ, और उसके अग्गे घूंटे टेक्कै उस्सै पूँछी, “हे भले गुरू, हमेसा की जिन्दगी पानै के ताँई मैं का करौं?”
मूरतिऔं और परमेसर के मन्दर के बीच का साजो? कैसेकै हम तौ खुद जिन्दे परमेसर के मन्दर हैं। जैसो परमेसर नै कैई है कै, “मैं उनके भीतर रैहबौं हौं और चलौं फिरौं हौं, और मैं उनको परमेसर हौं, और बे मेरे लोग हैं।”
उन दिनौ के बाद परभु नै फिर ऐंसे कैई कै, मैं जौ करारनामो ईसराइली लोगौ के संग करंगो कै, मैं अपने नियमौ कै उनके मन मै डारंगो और बाकै उनके दिलौ मै लिखंगो मैं उनको परमेसर हौंगो, और बे मेरे लोग हौंगे।
“जिसके कान हौं बौ सुन ले आत्मा बिसवासिऔ की मंडलिऔ सै का कैबै है। “जो जै पाय, उसकै मैं गुप्त मन्ना मै सै दंगो और उसकै एक सपेद पत्थर बी दंगो और उस पत्थर मै एक नओ नाम लिखो भओ होगो, जिसकै बाके लैनै बारे के अलाबा और कोई ना जानैगो।
“जिसके कान हौं बौ सुन ले कै आत्मा बिसवासिऔ की मंडलिऔ सै का कैबै है। जो जै पाऐ, मैं बाकै उस जिन्दगी के पेड़ मै सै फल खानै कै दंगो जो परमेसर के बगीचा मै है।
तबई सिंगासन सै एक ऊँची अबाज मै मैंनै जौ कैते भए सुनो, “देखौ अब परमेसर को डेरा आदमिऔ के बीच मै है और बौ उनके बीच मै रैहगो। बे उसके लोग हौंगे और परमेसर खुदई उन लोगौ के संग रैहगो।