पर तू अपने बुरे कामौ सै मन ना फिरानै और अपने हटीले मन की बजै सै बाके कोप के दिन के ताँई जिसमै परमेसर को सच्चो नियाय परकट होगो, उस दिन के ताँई परमेसर को कोप कै इखट्टो कर रओ है।
पर बाके बचन के दुआरा जा जमाने के आसमान और धरती कै आग सै नास कन्नै के ताँई बचाकै रक्खो है, और नियाय के दिन तक और परमेसर कै ना माननै बारे लोगौ को नास होनै तक ऐंसेई रैहंगे।
फिर मैंनै सुरग कै खुलतो भओ देखो और बहाँ मेरे सामने एक सपेद घोड़ा हो। और जो घोड़ा मै बैठौ है बौ बिसवासजोग, और सच कैलाबै है। बौ सच्चाई के संग नियाय और लड़ाई करै है।