18 “थूआतीरा के बिसवासिऔ की मंडली के सुरगदूत कै जौ लिख, “परमेसर को लौंड़ा जिसकी आँख धदकती भई आग के हाँई, और जिसके पाँऐ चमकते भए पीतर के हाँई हैं, बौ जौ कैबै है कै,
जो कोई बामै बिसवास करै है, बाकै दोसी ना ठैराओ जागो, पर जो कोई बामै बिसवास ना करै है, बौ दोसी ठैराओ जा चुको है, इसताँई कै बानै परमेसर के इकलौते लौंड़ा के नाम मै बिसवास ना करो।
बहाँ थूआतीरा सैहर की लुदीया नाम की एक परमेसर की भक्तन ही बौ बैंगनी रंग के खास कीमती लत्ता बेचै ही और परभु नै बाको दिल खोल दओ और बौ पौलुस की बातौं कै धियान सै सुनल लगी।
रस्ता मै चलते चलते बे एक पानी की जघै मै पौंचे, तबई बा अधकारी नै फिलिप्पुस सै कैई कै, “देख, हिंया पानी बी है। और अब मैंकै जल संस्कार लैनै मै का दिक्कत है?”
“जो कुछ तू देखै है बाकै किताब मै लिखकै और बाकै इफिसुस, इसमुरना, पिरगमुन, थूआतीरा, सरदीस, फिलादेलफिया और लौदीकिया, इन सातौं जघै की बिसवासिऔ की मंडलिऔ कै भेज दे।”
“इफिसुस के बिसवासिऔ की मंडली के सुरगदूत कै जौ लिख, “जो सातौं तारौं कै अपने खाने हात मै लेए भए है और सौने के सातौं आरौं के बीच मै चलै-फिरै है, बौ जौ कैबै है,
“पर मैं थूआतीरा के बाकी लोगौ सै कैरओ हौं जो इस सिक्छा कै ना मानै हैं, और सैतान की गैहरी बातौं कै जैसो बे कैबै हैं ना जानै हैं, उन सबौ सै मैं जौ कैरओ हौं कै मैं तुमरे ऊपर और बोज ना डारंगो।