ताकि तुम राजाऔं को मांस, सैनापतिऔं को मांस, सकतिसाली आदमिऔ को मांस, घोड़ौ को और उनके ऊपर बैठे भएऔं को मांस और सब लोगौ को चाँए बौ आजाद हो या दास, छोटो हो या बड़ो सबको मांस खाऔ।”
फिर मैंनै छोटे बड़े सब मरे भएऔं कै सिंगासन के सामने खड़े भए देखो। और किताबौ कै खोलो गओ, फिर एक और किताब खोली गई यानी जिन्दगी की किताब; और जैसो किताबौ मै लिखो हो, उनके कामौ केई अनुसार मरे भएऔं को नियाय करो गओ।