15 बे ब्यापारी जो इन चीजौ को ब्यापार करै हे और उस्सै सेट बन गए हे, “बे दूरई-दूर खड़े रैहंगे कैसेकै बे उसके दुखौ सै डर गए हैं। बे रोते और बिलखते भए कैंगे।
फिर बानै सिकाते भए उनसै कैई, “पबित्तर सास्तरौं मै लिखो है, ‘मेरो घर सब जाति के लोगौ के ताँई पिराथना को घर कैलागो?’ पर तुम लोगौ नै जौ डाँकुऔं को अड्डा बना दओ है।”
यानी सौने के, चाँदी के, कीमती पत्थर, मोती, मखमल, बैंगनी, रेसमी और लाल रंग के लत्ता। हर किसम की खसबोईदार लकड़ी, हाती-दाँत की बनाई भंई हर चीज, कीमती लकड़ी, पीतर, लोहो और संगमरमर सै बनी भंई हर तरै की चीज,
और बे अपनी खोपड़ी मै धूदर डारते, रोते और दुखी होते भए ऊँची अबाज सै कैललगे हे, “हाय! हाय! इस सैहर की धन-दौलत सै जिहाज के सब मालिक सेट बन गए, और जौ एक घड़ी भर मैई नास हो गओ।”
कैसेकै सब जातिऔं नै उसके बैबिचार की इच्छा की दारू पीई है। और धरती के राजाऔं नै उसके संग बैबिचार करो है और धरती के ब्यापारी उसकी धन-दौलत की सकति सै और जादा सेट हो गए हैं।”