फिर इसके बाद एक और दूसरो सुरगदूत आओ और बोलो, “नास हो गओ बौ महान सैहर बेबिलोन नास हो गओ। उसनै सबई जातिऔं कै अपने बैबिचार सै आनै बारी घुस्सा की इच्छा जगानै बारी दारू पिबाई ही।”
कै बौ महान सैहर तीन टुकड़ौ मै बिखर गओ और हर देसौ के सैहरौं को नास हो गओ। तब परमेसर नै बड़े बेबिलोन सैहर कै सजा दैनै के ताँई याद करो हो। ताकि बौ उसकै अपनी भबकते घुस्सा के रस सै भरो भओ कटोरा कै पिबाय।
और बे अपनी खोपड़ी मै धूदर डारते, रोते और दुखी होते भए ऊँची अबाज सै कैललगे हे, “हाय! हाय! इस सैहर की धन-दौलत सै जिहाज के सब मालिक सेट बन गए, और जौ एक घड़ी भर मैई नास हो गओ।”
तब एक सकतिसाली सुरगदूत नै चक्की के बड़े पटा के जैसो एक पत्थर उठाओ और जौ कैते भए समन्दर मै फैंको कै, “हे महान बेबिलोन ऐंसेई बड़ी तागत सै गिराओ जागो और फिर कबी तू ना मिलैगो।