और बे अपनी खोपड़ी मै धूदर डारते, रोते और दुखी होते भए ऊँची अबाज सै कैललगे हे, “हाय! हाय! इस सैहर की धन-दौलत सै जिहाज के सब मालिक सेट बन गए, और जौ एक घड़ी भर मैई नास हो गओ।”
ताकि तुम राजाऔं को मांस, सैनापतिऔं को मांस, सकतिसाली आदमिऔ को मांस, घोड़ौ को और उनके ऊपर बैठे भएऔं को मांस और सब लोगौ को चाँए बौ आजाद हो या दास, छोटो हो या बड़ो सबको मांस खाऔ।”