1 तब मैंनै एक जनाबर कै समन्दर सै बाहार लिकरते देखो, उसके दस सींग और सात खोपड़ी हीं। उसके सींगौ मै दस मुकट हे और उसके खोपड़ी मै परमेसर की बुराई कन्नै बारे नाम लिखे हे।
और उन चमत्कार के चिन्नौ के कारन, जिनकै उस जनाबर के सामने दिखानै को अधकार बाकै देओ गओ हो, बौ धरती मै रैहनै बारौं कै इस तरै बैहकाबै हो, कै धरती मै रैहनै बारौं जिस जनाबर के तरवार लगी ही, बौ जिन्दो हो गओ है, उसकी मूरती बनाऔ।
दूसरे जनाबर कै जौ सकति देई गई ही कै बौ पैले जनाबर की मूरती मै जान डार दे ताकि पैले जनाबर की बौ मूरती ना सिरप बोल सकै, पर उन सबई कै मार डान्नै की आगियाँ बी दे सकै, जो इस मूरती की पूजा ना करैं हैं।
मैंकै काँच को एक समन्दर दिखाई दओ जिसमै आग मिली भई ही। और जिनौनै उस जनाबर और उसकी मूरती मै और उसके नाम की संखिया मै जीत पाई ही, बे काँच के समन्दर के धौंरे परमेसर की बींड़ा कै लेए भए खड़े हे।
और मैंकै आत्मा मै सुरगदूत रेगिस्तान मै ले गओ। मैंनै बहाँ एक बईयर कै एक लाल रंग के जनाबर के ऊपर बैठे भए देखो। और जनाबर के बदन मै परमेसर कै कोसनै के ताँई बुरे सब्द लिखर खाए हे और उसकी सात खोपड़ी और दस सींग हे।