अगर बे भटक गए हैं, तौ उनको फिर सै मन फिरानो मुसकल है। कैसेकै बे लोग अपने ताँई परमेसर के लौंड़ा कै फिर कुरूस मै चढ़ा रए हैं और बाकी बेजती खुले आम कर रए हैं।
जिस तरै सदोम, अमोरा और बाके अड़ोस-पड़ोस के इलाके के लोग जो बैबिचार करल लगे हे और हर तरै की सरीर की बुरी इच्छा मै पड़े। तबई परमेसर नै इन इलाकेऔ कै कबी ना बुतनै बारी आग मै जरानै की सजा दई, और हमरे ताँई जौ एक उदाहरन है।
फिर इसके बाद एक और दूसरो सुरगदूत आओ और बोलो, “नास हो गओ बौ महान सैहर बेबिलोन नास हो गओ। उसनै सबई जातिऔं कै अपने बैबिचार सै आनै बारी घुस्सा की इच्छा जगानै बारी दारू पिबाई ही।”
कै बौ महान सैहर तीन टुकड़ौ मै बिखर गओ और हर देसौ के सैहरौं को नास हो गओ। तब परमेसर नै बड़े बेबिलोन सैहर कै सजा दैनै के ताँई याद करो हो। ताकि बौ उसकै अपनी भबकते घुस्सा के रस सै भरो भओ कटोरा कै पिबाय।
और जिन सात सुरगदूतौं के धौंरे बे सात कटोरा हे, उन सुरगदूतौं मै सै एक नै धौंरे आकै मैंसै कैई कै इतै आ मैं तेकै उस बड़ी रन्डी की सजा दिखाऔ, जो भौत सी नद्दिऔं मै बैठी है।
उसनै जोर सै ऊँची अबाज मै कैई, “उसको नास हो गओ, महान बेबिलोन को नास हो गओ! बौ दुसट आत्माऔ की रैहनै की जघै बन गई ही। हर किसी दुसट आत्मा को अड्डा और हर किसी बुरे और असुद्द पंछिऔ और जनाबर की रैहनै की जघै बन गई ही।
तब एक सकतिसाली सुरगदूत नै चक्की के बड़े पटा के जैसो एक पत्थर उठाओ और जौ कैते भए समन्दर मै फैंको कै, “हे महान बेबिलोन ऐंसेई बड़ी तागत सै गिराओ जागो और फिर कबी तू ना मिलैगो।