हे भईयौ, जो बात सच हैं, और जो बात इज्जत बारी हैं, और जो सई हैं, और जो बात पबित्तर हैं, और जो बात पियारी हैं, और जो बात मन कै पियारी लगै हैं, यानी जो बी भौत अच्छी और बड़ाई की बात हैं, उनई मै मन लगाए करौ।
और जिस दिन सै हमनै जौ बात सुनी है, तब सै रोज हम तुमरे ताँई पिराथना और बिनती करै हैं कै, परमेसर तुमकै आत्मा के दुआरा सिगरी समज और बुद्धि दे, जिस्सै कै तुम बाकी इच्छा कै पूरे तरीका सै जान सकौ।
तुमनै परमेसर के लोगौ के ताँई जिस पियार सै सेवा करी है और कर रए हौ बा पियार कै और तुमरे दूसरे कामौ कै परमेसर कबी ना भूलैगो, कैसेकै परमेसर अनियाय कन्नै बारो ना है।
जो लोग बिसवासी ना हैं उनके बीच मै तुमरो चाल-चलन अच्छो रैह, चाँहे बे तुमरे ऊपर गलत काम कन्नै को इलजाम बी लगाऐ पर तुमरे भले कामौ कै देक्कै नियाय के दिन बे परमेसर की महिमा करैं।
बईयरौं, तुम अपने लोग की बात माने करौ, इसताँई कै उनमै सै अगर कोई परमेसर के बचनौ कै ना मानै है, तौ बे तुमरे पबित्तर और आदर बारी जिन्दगी कै देक्कै, तुमरे बगैर कुछ कैए बिना मसी बिसवास मै आँय।