1-2 हमरे पियारे दोस्त और संग काम कन्नै बारे फिलेमौन और तुमरे घर मै होती भई बिसवासिऔ की मंडली, और हमरी बहन अफिया और हमरे साती सिपाई अरखिपुस के नाम मसी ईसु के ताँई कैदी बने पौलुस और हमरे भईया तीमुथियुस की ओर सै,
परमेसर की मरजी सै मसी ईसु को भेजो भओ चेला मैं पौलुस और तीमुथियुस दौनौ की ओर सै परमेसर के उस बिसवासिऔ की मंडली के ताँई जो कुरन्थी मै हैं और अखाया के सिगरे इलाके के बिसवासी लोगौ कै जौ चिट्ठी लिख रओ हौं।
जौ चिट्ठी मसी ईसु की सेवा कन्नै बारे पौलुस और तीमुथियुस की ओर सै, फिलिप्पी मै रैहनै बारे मसी ईसु के सिगरे बिसवासी लोगौ कै और मुखियौं कै, और सेवकौ कै,
मैं जौ जरूरी समजौ हौं कै इपफरूदितुस कै तुमरे धौंरे बापस भेज दौं जो मेरो भईया और संग काम कन्नै बारो और संगी सिपाई और तुमरो दूत और जरूरी बातौं मै मेरी सेवा कन्नै बारो है।
और हे मेरे सच्चे साती मैं तेसै बी बिनती करौ हौं कै तू इन बईयरौं की सायता कर। कैसेकै बे मेरे संग अच्छी खबर फैलानै मै, कलेमेस और मेरे उन और सातिऔं समेत मैहनत करी, जिनके नाम जिन्दगी की किताब मै लिखे भए हैं।
और ईसु जिसकै यूसतुस बी कैबै हैं, बौ तुमकै नमस्कार कैबै है; और यहूदी बिसवासी लोगौ मै सै परमेसर के राज कै बढ़नै के ताँई बस जेई लोग मेरे संग काम कर रए हैं और इनई की बजै सै मैंकै सान्ति मिली है।
इसताँई ना तौ तू हमरे परभु की गभाई दैनै सै और ना मैंसै जो बाको कैदी है, सरमईओ। पर बा सकति के दुआरा अच्छी खबर कै सुनानै के ताँई मेरे संग दुख उठाऔ जो परमेसर की ओर सै मिलै है।