उसको सूपो उसके हात मै है, और बौ अपनो खलियान अच्छी तरै सै साप करैगो, और अपने गैहूं कै फटक कै कुठिया मै इखट्टो करैगो, पर भुसा कै उस आग मै जरागो जो बुतनै की ना है।”
टुंटा होकै परमेसर के संग हमेसा की जिन्दगी मै परबेस कन्नो, तेरे ताँई इस्सै भलो है कै दो हात रैहते भए नरक के बीच उस आग मै डारो जाय जो कबी बुतनै की ना है। इसताँई अगर तेरो हात तेरे ताँई पाप की बजै बनै है तौ उसकै काट डार।
तौ बौ परमेसर के कोप को रस पियैगो जो उसके घुस्सा के कटोरा मै डारो गओ है, और पबित्तर सुरगदूतौं के सामने और मैमना के सामने उसकै आग और गन्धक मै दरद देओ जागो।
इसके बाद उस सैतान कै जो उनकै बैहकाबै है, धदकती गन्धक की झील मै फैंक दओ जागो। जहाँ बौ जनाबर और झूँटे नबी, दौनौई डारे गए हैं। हमेसा-हमेसा के ताँई उनकै रात-दिन तड़पाओ जागो।
मगर डरपौकौ, अबिसवासिऔं, बुरे लोगौ, खूनी, बैबिचारिऔ, जादू कन्नै बारे और मूरती पूजा कन्नै बारे और सबई झूँट बोलनै बारौं को हिस्सा उस झील मै मिलैगो, जिसमै आग और गन्धक पजरती रैहबै है। जौ दूसरी मौत है।”