ताकि तुम राजाऔं को मांस, सैनापतिऔं को मांस, सकतिसाली आदमिऔ को मांस, घोड़ौ को और उनके ऊपर बैठे भएऔं को मांस और सब लोगौ को चाँए बौ आजाद हो या दास, छोटो हो या बड़ो सबको मांस खाऔ।”
मैंनै उस्सै कैई, “हे परभु, तूई जानै है।” उसनै मैंसै कैई, “जे बे हैं, जो उस बड़ी मुसीबत मै सै लिकरकै आँए हैं, इनौनै अपने अपने लत्ता मैमना के खून मै धोकै सपेद करे हैं।
इसके बाद मैंनै नजर करी, और देखो, कै हर एक गोत, जाति, और हर एक भासा के लोगौ की एक ऐंसी भीड़ ही जिसकै कोई गिन ना सकै हो, बे सपेद लत्ता पैहरे भए और अपने हातौ मै खजूर के डुग्गे लेए भए सिंगासन और मैमना के सामने खड़े हे।