3 अगर मैं उनकै भूँकेई घर भेज दौं, तौ रस्तई मै थक कै बेहोस हो जांगे इनमै सै कुछ लोग दूर सै आए हैं।”
“मैंकै इस भीड़ मै तरस आ रओ है, कैसेकै जे तीन दिन सै बराबर मेरे संग रैह रए हैं, और उनके धौंरे कुछ बी खानै कै ना है।
उसके चेलौ नै ईसु कै जबाब दओ, “कै हिंया सुनसान जघै मै इन लोगौ कै खबानै के ताँई कहाँ सै रोटी लाऐं?”